सब कुछ दिया प्रभु तुमने हमको फिर भी मन क्यों इतना उदास है। सब कुछ दिया प्रभु तुमने हमको फिर भी मन क्यों इतना उदास है।
भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..! भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..!
कवि और कविता का आपस में गहरा नाता है. कवि और कविता का आपस में गहरा नाता है.
जैसे हम उन्हें दिल से याद करते है उन्हें याद हम भी कभी आते होंगे। जैसे हम उन्हें दिल से याद करते है उन्हें याद हम भी कभी आते होंगे।
एक-दूसरे की चाह न करके, एक-दूसरे की प्रतीक्षा करें क्यूं ना थोड़ा अलग प्रेम करें।। एक-दूसरे की चाह न करके, एक-दूसरे की प्रतीक्षा करें क्यूं ना थोड़ा अलग प्रे...
पढ़ने के लिए वह सबसे उत्तम जगह थी। हमारे घर के बगीचे में लगे हुए चार अमरूद के पेड़। पढ़ने के लिए वह सबसे उत्तम जगह थी। हमारे घर के बगीचे में लगे हुए चार अमरूद ...